बारिश का मौसम कही फेर ना दे स्वास्थ्य पर पानी
वैसे तो मानसून का मौसम स्वास्थ्य के हिसाब से अच्छा माना जाता है, लेकिन इस मौसम में हवा में मौजूद नमी कभी कभी बहुत स्वास्थ्य में लिए नुकसानदेश साबित होती है। अगर इस मौसम स्वास्थ्य को लेकर हल्की सी भी असावधानी बरतते हैं तो बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।अस्थमा, कैंसर, हृदय रोग से ग्रस्त रोगियों के लिए यह मौसम बहुत सी समस्याएं लेकर आता है। मानसून में एलर्जी, सर्दी, जुकाम और बुखार से सबसे अधिक लोग परेशान रहते है।

Rainy Season Health Effect
राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय में प्रवक्ता डॉ टीना सिंघल बताती है की इस मौसम में आमतौर पर जुकाम, खांसी, नाक से पानी निकलना, आंखें लाल हो जाना और टांसिल जैसी बीमारियां होना शुरू हो जाती हैं। बदलते मौसम बार बार शीत और गर्म होने और धूल मिट्टी के कणों के कारण स्किन एलर्जी , सांस की बीमारी, बुखार होना आम बात है। कीड़े मकोड़े के काटने से स्किन एलर्जी की समस्या हो जाती है।
क्या लक्षण है इन बीमारियों के –

1. स्किन एलर्जी होने पर त्वचा पर लाल धब्बे पड़ना, खुजली होना, फुंसी हो जाना, रैशेज पड़ना, जलन होना, जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। नमी अधिक बढ़ जाने की वजह से फंगस वाली बीमारियों होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
2. इन दिनों में वायरल बुखार अत्यंत तेजी से फैलता है जिससे कोई भी व्यक्ति किसी भी समय और कहीं भी ग्रस्त हो सकता है। बुखार, गला खराब होना, छींक आते रहना आदि इसके मुख्य लक्षण होते है।
3. इस मौसम में कंजक्टिवाइटिस की समस्या भी आम होती है। इस रोग में आंख में लालिमा, पानी निकलने, हल्का बुखार व गला खराब होने की शिकायत रहती है।
4. इस मौसम में एलर्जी के कारण खास तौर पर अस्थमा के मरीजों को सावधानी रखनी चाहिये । अस्थमा होने पर सांस लेने में तकलीफ और खांसी जैसी समस्यायें पैदा होती हैं।
5. बारिश का मौसम में फूड प्वाइजनिंग का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।

कैसे बच सकते है इन समस्याओ से –
वे आगे बताती है की कुछ बचाव करके हम सभी इन समस्याओ से काफी हद तक बचाव कर सकते है –
1.सुबह मॉर्निंग वाक के समय नाक और कान किसी साफ कपड़े से अवश्य ढंक ले
2.घर को हमेशा बंद रखने से वहां शुद्ध वायु नही मिल पाती है। इससे नमीयुक्त वायु अंदर ही रह जाने से एलर्जी का खतरा अधिक रहता है इसलिए घर को खुला और हवादार बनाए रखिए जिससे कि घर में शुद्ध हवा हमेशा आती रहे।
3.घर की खिडकियों में पतली जाली जरूर लगवाए क्योंकि खुली खिडकी से कीडे और मच्छर कमरे में घुस कर बीमार कर सकते हैं।
4. बिस्तर के चादर और गद्दों में एलर्जी फैलाने वाले तत्व काफी अधिक होते हैं। बिस्तर की सफाई पर विशेष ध्यान रखे।
5. बाहर की दुकानों पर खुले में मिलने वाली वस्तुएं जैसे– आइसक्रीम, चिप्स नही खाए। ठंडे पेय पदार्थ नही ले।
6. कच्चे सलाद और कच्ची सब्जियां कम खाएं। इन चीजो पर बारिश के मौसम में गंदगी ज्यादा होती है। इनके अलावा कोई भी चीज बगैर साफ धुले नही खाये।
7. बार बार बारिश में नही भींगे। लगातार भीगते रहने से बुखार और जुकाम का रिस्क अधिक रहता है।
8. इस मौसम में गंदे पानी के संपर्क में आने से त्वचा की एलर्जी हो सकती है।
9. बारिश के मौसम में फूल देने वाले प्लांट्स को घर के अदंर मत रखिए।
इसका इलाज़ क्या है –
1. बुखार होने पर ठंडे पानी की पट्टी का इस्तेमाल करना चाहिये तथा बुखार निवारक दवाईयां लेनी चाहिये।
2. इस बुखार में रोगी के शरीर में पानी की कमी हो जाती है इसलिए रोगी को पानी, गर्म सूप, गर्म दूध, जूस आदि का अधिक सेवन करना चाहिए और आराम करना चाहिए।
3. तुलसी मरीच और अदरक का काढ़ा बनाकर पीने से काफी आराम मिलता है।
4. बुखार होने पर अमृतादि क्वाथ, जुकाम होने पर शिरिशादी क्वाथ का काढ़ा बनके पीने से तुरंत आराम मिलता है।
5. लक्ष्मीविलास रस के सेवन से एलर्जी के रोगों में बहुत आराम मिलता है।
इसके अलावा अन्य कोई समस्या हो तो नजदीकी वैद्य से मिलकर समुचित इलाज़ अवस्य कराए।